प्रेम में होना (कविता संग्रह ), राजीव कुमार 'त्रिगर्ति'
यह प्रेम पर कविताएं हैं। लेखक धर्मशाला के हैं और उनकी रचनाओं में पहाड़ की सरलता , भाव की सहजता और शब्द की सुंदरता है । संकलन में कुल 81 कविताएं हैं।
पृष्ठ 110, रु .205, ISBN : 978-81-969712-0-5, भाषा - हिंदी