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Samvedanaon Ka Digital Sanskaran (Laghu Katha Sangrah) | संवेदनाओं का डिजिटल संस्करण (लघुकथा- संग्रह )

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₹234.00
₹260.00
Ex Tax: ₹234.00
  • Brand: Pravasi Prem Publishing India
  • Language: Hindi
  • Weight: 400.00g
  • Dimensions: 188.00mm x 240.00mm x 7.00mm
  • Page Count: 120
  • ISBN: 978-81-972367-0-9

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लघुकथा कम से कम शब्दों में बड़ी इबारत लिख देने में सक्षम होती  है । एक छोटी -सी रचना में कुछ पात्रों के साथ गहन अन्तर्द्वन्द्व  एवं उद्वेलन निहित होते हैं । आमतौर पर मान  लिया जाता है कि शब्द –सीमा के बंधन के कारण लघुकथाओं में पात्रों को गहराई से पेश करने के लिए कोई जगह नहीं होती; लेकिन इस संग्रह की लघुकथाओं में  विषय -वैविध्य और शब्द-संयोजन इस धारणा को नकारने पर मजबूर कर देता है । डॉ. सुषमा गुप्ता की रचनाएँ  कथ्य का निर्वाह  सफलतापूर्व करने के साथ-साथ नए विषयों और परिवेश को भी गढ़ती हैं । इनकी भाषा-शैली रचनाओं के अनुरूप है, जिनमें इनका अनुभव और प्रस्तुति की विश्वसनीयता झलकती  है। जीवन के प्रति लेखिका की  गहन सोच और अनुभव समाज की नब्ज पर हाथ रखते हैं और उसे पूरा विश्वसनीयता से महसूस करके विषयवस्तु  को सहजता से अभिव्यक्त करते हैं। इन रचनाओं में सुनिश्‍चित दिशा के साथ जीवन- दृष्‍टि भी है।

डॉ. सुषमा गुप्ता (21 जुलाई  दिल्ली) एम. कॉम., एम.बीए, एल. एल. बी., पी-एच. डी. हैं और हिन्दी की विभिन्न विधाओं में नियमित लिख रही हैं । उनकी तीन कृतियाँ प्रकाशित हैं- :
उम्मीद का एक टुकड़ा(कविता-संग्रह), तुम्हारी पीठ पर लिखा मेरा नाम (कहानी संग्रह),  क़ितराह(उपन्यास)

पुरस्कारः
•    हिंदी सागर सम्मान एवं नेशन प्राइड अवार्ड से सम्मानित-2017
•    हरियाणा साहित्य अकादमी सर्वश्रेष्ठ कहानी पुरस्कार 2018
•    लिट्-ओ-फेस्ट मुंबई का सर्वश्रेष्ठ पांडुलिपि अवार्ड 2019
•    साहित्य में दैनिक जागरण वूमेन अचीवर्स अवार्ड 2022
•    लघुकथा-प्रतियोगिता के कुछ राष्ट्रीय पुरस्कार।
सम्प्रतिः बहुराष्ट्रीय कम्पनी में प्रबन्ध निदेशक
सम्पर्क-सूत्रः  327suumi@gmail.com

संवेदनाओं  का डिजिटल  संस्करण (लघुकथा- संग्रह ), डॉ. सुषमा गुप्ता, पृष्ठ: 120, मूल्य: रु 260.00, ISBN: 978-81-972367-0-9