27 May

0 Comment(s)
768 View(s)
"व्यंग्य यात्रा रवींद्रनाथ त्यागी स्मृति सम्मान"
विगत 9 मई, 2024 को व्यंग्य त्रयी के महत्वपूर्ण हस्ताक्षर रवींद्रनाथ त्यागी की स्मृति में "व्यंग्य यात्रा रवींद्रनाथ त्यागी स्मृति सम्मान" वितरण समारोह का आयोजन हिंदी भवन भवन में किया गया। मुख्य अतिथि यशवंत व्यास ने रवींद्रनाथ त्यागी के बहाने व्यंग्य पर सार्थक चर्चा होने की बात कही। उन्होंने व्यंग्य यात्रा एवं डॉ जनमेजय की प्रशंसा करते हुए कहा कि व्यंग्य के प्रति यह जो समर्पण है वह बेहद सराहनीय और अनुकरणीय है।
रवींद्रनाथ त्यागी के बहाने व्यंग्य पर सार्थक चर्चा -- यशवंत व्यास रवींद्रनाथ त्यागी कवि-व्यंग्यकार थे -- बलराम ------------------------------ सुरेश कांत और अरविंद तिवारी को शीर्ष सम्मान विभा रानी को शारदा त्यागी स्मृति सम्मान अनूप मणि त्रिपाठी सोपान सम्मान से सम्मानित |
कार्यक्रम अध्यक्ष बलराम ने रवींद्रनाथ त्यागी को कवि-व्यंग्यकार बताया। उन्होंने कवि के रूप में कविता जगत में रवींद्रनाथ त्यागी की सार्थक उपस्थिति एवं व्यंग्य जगत में व्यंग्य त्रयी में शुमार होने तथा व्यंग्य को विधा के रूप में स्थापित करने में उनके योगदान को रेखांकित करते हुए सभी सम्मानित साहित्यकारों को बधाई दी। आरंभिक वक्तव्य में प्रेम जनमेजय ने कहा कि रवींद्रनाथ त्यागी, हरिशंकर परसाई और शरद जोशी हमारे अग्रज हैं। हमें उनसे लेखन का जो अनुभव प्राप्त हुआ और उनसे जो आत्मीयता मिली है, हमें उन्हें फिर से रोपना होगा। इस सम्मान के बहाने रवींद्रनाथ त्यागी के लेखन पर चर्चा करना और वर्तमान युवा साहित्यकारों के लेखन पर चर्चा होना ही इस कार्यक्रम की सार्थकता है।उन्होंने कहा कि व्यंग्य यात्रा का उद्देश्य जहां एक ओर विमर्श की जमीन तैयार करना है, वहीं वरिष्ठ रचनाकारों पर विशेषांक द्वारा उनके लेखन को आज की पीढ़ी के सामने लाना है। उन्होंने बताया कि व्यंग्य विमर्श को रेखांकित करने के लिए 'व्यंग्य यात्रा व्यंग्य चिंतक' सम्मान आरंभ किया गया है। इस सम्मान के गौतम सान्याल का चयन किया गया। उनके और उनकी पत्नी के अत्यधिक अस्वस्थ होने के कारण वे आज उपस्थित नहीं हैं। उनके स्वस्थ होने पर जल्द एक आयोजन में उन्हें सम्मानित किया जाएगा।
श्री जनमेजय ने आगे कहा कि वे अशोक त्यागी के आभारी हैं कि उन्होंने मेरा सुझाव माना और हिंदी व्यंग्य में नारी स्वर को रेखांकित करने के लिए पंद्रह हजार रुपए सम्मान राशि का सम्मान आरंभ किया।कार्यक्रम में यशवंत व्यास की सद्यः प्रकाशित पुस्तक "मोहब्बत की दुकान" का लोकार्पण किया गया। सुरेश कांत, अरविंद तिवारी, विभा रानी और अनूप मणि त्रिपाठी ने अपने-अपने वक्तव्य में चयन समिति के प्रति आभार प्रकट करने के साथ-साथ व्यंग्य विधा में डॉ त्यागी के योगदान की भी प्रशंसा की। सुरेश कांत और अरविंद तिवारी ने त्यागी के साथ जुड़े अनेक संस्मरण साझा किए।
स्वागत भाषण देते हुए अशोक त्यागी ने कहा कि मेरी माता शारदा त्यागी के जाने के बाद यह पहला कार्यक्रम है। मैं आभारी हूं प्रेम जनमेजय का कि उन्होंने मेरी मां के नाम से, हिंदी व्यंग्य नारी स्वर को रेखांकित करने वाले सम्मान का सुझाव दिया। व्यंग्य यात्रा के इस आयोजन के कारण दोनों की स्मृति अक्षुण्ण रहेगी। कार्यक्रम का कुशल संचालन करते हुए रणविजय राव ने त्यागी जी द्वारा अनेक लेखकों को लिखे पत्रों की चर्चा की और उनकी रचनाओं के अंश पढ़े ।
व्यंग्य यात्रा की प्रबंधक आशा कुंद्रा ने सबका धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि हमें प्रयत्न करना चाहिए कि हमारी अग्रज पीढ़ी ने जो हमें दिया है उनके योगदान को ऐसे योगदानों द्वारा याद करें।सोनीलक्ष्मी राव का भी विशेष सहयोग रहा। कार्यक्रम में हरि जोशी, गीता श्री, इरफान, सोमदत्त शर्मा, संतोष त्रिवेदी, एम एम चंद्रा, स्वाति चौधरी, रेणुका अस्थाना, प्रियंका सैनी, रत्नावली कौशिक, सोनीलक्ष्मी राव, रेनू हुसैन, राजेन्द्र सहगल, अशोक गुप्ता, मुकुल उपाध्याय सहित बड़ी संख्या में दिल्ली और आसपास के साहित्यकार, पत्रकार एवं साहित्य प्रेमी उपस्थित थे।
-रणविजय राव

Leave a Comment