बरेलवी मसलक, नाम
से ही पता चल जाता है कि यह किताब इस्लाम के फिरकों में से एक प्रमुख
फिरका ‘बरेलवी’ की बात करती है। हिन्दुस्तान में बरेवली फिरके की शुरूआत
कैसे हुई, कहाँ हुई, किसने की इन सभी सवालों के जवाब भी इस किताब में मिलते हैं।
वरिष्ठ पत्रकार अनिल माहेश्वरी ने यह किताब खास तहकीक के बाद लिखी है, जो
‘आला हज़रत अहमद रज़ा खान’ की जिंदगी से रूबरू कराती है। बरेलवी फिरके,
उसकी मान्यताओं और बाकी फिरकों से मुख्तलिफ होने की वजह को जानने और समझने
में भी यह किताब मदद करती है। बरेलवी मसलक, बरेवली
फिरके को मानने वालों के साथ-साथ इससे इख्तलाफ रखने वालों और हिन्दुस्तान
के दीन-इस्लाम को जानने और समझने वालों के लिए भी बेहद जरूरी किताब है।